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Mutual-fund क्या होता है?| Mutual Fund कैसे खरीदें 2024

What is Mutual fund

What is Mutual fund

नमस्कार दोस्तों, आप सभी का Investologyy Blog में स्वागत है, आज इस पोस्ट में जानेंगे की, क्या हैं म्यूचुअल फंड? | Mutual fund क्या होता है? कितने प्रकार के होते हैं? | Mutual Fund कैसे खरीदें 2023 | सबसे आसान तरीका | म्यूचुअल फंड क्या है? | What is Mutual Funds? | म्यूचुअल फंड यूनिट | एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) | म्यूचुअल फंड स्कीम | Mutual Fund Scheme | NFO या न्यू फंड ऑफर क्या है? | म्युचुअल फंड की कैटेगरी | म्युचुअल फंड के प्रकार | Types of Mutual Fund. |

 म्यूचुअल फंड क्या है? | What is Mutual Fund?

म्यूचुअल फंड को हिंदी में समझाने के पहले हम इसकी एक छोटी सी अंग्रेजी परिभाषा जान लेते हैं। यह है- (A mutual fund is a pool of money managed by a professional Fund Manager for the purpose of better investment and high returns). Mutual Funds का हिंदी में मतलब होता है-पारस्परिक निधि। थोड़ा और सरल भाषा में कहें तो साझा रकम । दरअसल म्यूचुअल फंड में, कई लोगों का पैसा एक साथ मिलाकर शेयर बाजार या निवेश योजनाओं में लगाया जाता है। इस तरह से म्यूचुअल फंड्स में, आपके साझा पैसे का सामूहिक निवेश किया जाता है। उसका जो भी फायदा होता है, वह भी सबके निवेश हिस्सों के हिसाब से बांटकर दे दिया जाता है।

निवेश करने वाले लोगों का पैसा कहां-कहां और कैसे निवेश करना है, यह एक विशेषज्ञ लोगों की टीम करती है। ये टीम एक Fund Manager के अधीन काम करती है। उस टीम में मार्केट और शेयर बाजार को समझने वाले प्रोफेशनल्स रखे जाते हैं। कंपनियों और उनके शेयरों के पिछले रिकॉर्ड और आगे की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए वह टीम, लोगों के पैसों का इस तरह से निवेश करती है कि उससे कम से कम नुकसान के साथ अच्छा रिटर्न मिल सके।

अब हम म्यूचुअल फंड्स से जुड़े कुछ प्रमुख शब्दों (Terms) को भी समझ लेते हैं-

1.म्यूचुअल फंड यूनिट Mutual fund Unit

एक म्यूचुअल फंड में कई तरह के निवेश उपायों को शामिल किया जाता है। इसमें कई तरह के शेयर भी हो सकते हैं और कई तरह के बांड्स भी हो सकते हैं। इसी तरह डेरिवेटिव और ट्रेजरी बिल भी शामिल हो सकते हैं। ये जो निवेश की पूरी खिचड़ी होती है, उस पूरी खिचड़ी को एक कुछ संख्या में बांट दिया जाता है। इसमें से जो 1 हिस्सा होता है वह उस म्यूचुअल फंड की एक इकाई या एक यूनिट कहा जाता है।

उदाहरण के लिए एक म्यूचुअल फंड ABC है, जिसमें का 20% stock A में लगा है, 10% Stock B में लगा है। 20% Stock C में लगा है और 5% Stock D में लगा है। 30% government bonds में लगा है। 10% cash derivatives और 5% treasury bills में लगा है। जब किसी व्यक्ति को इस म्यूचुअल फंड की एक यूनिट मिलेगी तो वह इन सभी तरह के निवेशों में इनके निवेश अनुपातों के हिसाब से स्वामित्व पाने का हकदार होगा। रिटर्न भी सभी निवेशों के मिले-जुले प्रदर्शनों के आधार पर पाने का हकदार होगा।

अब मान लेते हैं कि ऐसी एक म्यूचुएल फंड यूनिट की कीमत 50 रुपए है। और आपने कुल 1000 रुपए निवेश किए हैं। तो आपको उस म्यूचुअल फंड की 20 यूनिटों का स्वामित्व मिल जाएगा।

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 2.एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC)

भारत में बहुत सी Mutual fund companies चल रही हैं। इन Mutual fund companies को Asset Management Companies या AMC भी कहते हैं। AMC, दरअसल, SEBI में रजिस्टर्ड ऐसी कंपनी होती है, जो mutual fund स्कीम बनाती हैं और लोगों से पैसा जमा करती है। यही कंपनी फंड मैनेजर को भी नियुक्त करती हैं।

3.म्यूचुअल फंड स्कीम | Mutual Fund Scheme

Mutual fund companies aga mutual fund schemes संचालित करती हैं। हर scheme में निवेश का अलग लक्ष्य (Objectives) होता है। जैसे कोई एक स्कीम सिर्फ बड़ी कंपनियों के शेयरों में पैसा लगाती है तो दूसरी सिर्फ छोटी कंपनियों में निवेश करेगी। कोई तीसरी स्कीम सिर्फ government bonds में पैसा लगा सकती है। इस तरह से हर company अलग-अलग उद्देश्यों वाले कई mutual fund scheme शुरू करती है।

4.फंड मैनेजर | Fund Manager

हर Scheme में पैसा लगाने की जिम्मेदारी किसी fund manager को दी जाती है। कोई एक व्यक्ति कई schemes का fund manager भी हो सकता है। किसी एक म्यूचुअल फंड कंपनी या asset management company ‘के पास कई fund managers होते हैं। इसके अलावा, कंपनी के पास निवेश की रणनीति investment strategy पर काम करने के लिए अपनी research team भी होती है।

NFO या न्यू फंड ऑफर क्या है?-What is NFO?

ये म्युचुअल फंड कंपनियां समय-समय पर नई mutual fund schemes लांच करती हैं Market में किसी नई म्यूचुअल फंड स्कीम के लांच करने को new fund offer (NFO) कहा जाता है। हर नए फंड को कोई नाम दिया जाता है और उसका विज्ञापन यानी प्रचार किया जाता है। Mutual Fund कंपनियां NFO का विवरण पत्र (prospectus) भी जारी करती हैं। ये prospectus उस स्कीम के उद्देश्य (objective), विवरण (details) और उसकी fund management team के बारे में जानकारी देता है।

शुरुआत में आप किसी mutual fund scheme की यूनिट 10 रुपए में खरीद सकते हैं। Investment के शुरुआती कुछ समय तक इस Unit की कीमत 10 रुपए ही रहती है। कीमत में बिना बदलाव वाले इस Period को NFO period (new fund offer Period) कहते हैं। इस अवधि मे Mutual Fund Company आपके पैसे को शुरुआत में आप किसी mutual fund scheme की यूनिट 10 रुपए में खरीद सकते हैं। Investment के शुरुआती कुछ समय तक इस Unit की कीमत 10 रुपए ही रहती है। कीमत में बिना बदलाव वाले इस Period को NFO period (new fund offer Period) कहते हैं। इस अवधि मे Mutual Fund Company आपके पैसे को निवेश नहीं करती, यानी कि किसी शेयर में नहीं लगाती। NFO Period खत्म होने के बाद आपका फंड मैनेजर, pooled money (सामूहिक रकम) में से Investment शुरू करता है। यहां से इस total investment की value में जो भी बढ़ोतरी या कमी होती है, उसके हिसाब से आपके unit की कीमत भी बढ़ती या घटती है।

What is Mutual Fund?

म्युचुअल फंड की कैटेगरीMutual fund Category

निवेश (investment) और पैसा निकालने (redemption) की flexibility के हिसाब से mutual funds दो प्रकार के होते हैं
1. Open-Ended Mutual Fund Scheme

2. Close-Ended Mutual Fund Scheme


1.) खुले सिरों वाली म्यूचुअल फंड स्कीम (Open Ended Mutual Fund Scheme)

Open Ended Mutual Fund scheme ऐसी स्कीम होती है, जिसमें Investor कभी भी पैसा लगा सकता है। और निकाल सकता है। चूंकि ऐसी स्कीम में पैसा आता जाता रहता है इसलिए ऐसी स्कीम के पास कोई fixed amount नहीं रहता है। फंड मैनेजर को परिस्थितियों के हिसाब से निवेश का फैसला लेना होता है।

2.) बंद सिरों वाली म्यूचुअल फंड स्कीम (Close Ended Mutual Fund Scheme)

Close ended mutual fund Scheme में आप सिर्फ NFO के समय ही पैसा लगा सकते हैं। इसके बाद सिर्फ maturity पर ही अपना पैसा निकाल सकते हैं। हालांकि, close ended mutual fund scheme की यूनिटों को secondary market में खरीदा और बेचा जा सकता है। ऐसे लेन-देन से mutual fund company का कोई लेना- देना नहीं होता और न ही उस mutual fund scheme की जमा रकम पर इनका कोई प्रभाव पड़ता है।

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म्युचुअल फंड के प्रकार | Types of Mutual Fund.

अपने investment portfolio के आधार पर mutual fund कई प्रकार के होते हैं। SEBI ने mutual funds को 5 भेदों में श्रेणीबद्ध categorized किया है। इनका संक्षेप में परिचय हम नीचे दे रहे हैं।

1.इक्विटी फंड | Equity Fund

Equity mutual funds का ज्यादातर पैसा shares में लगाया जाता है। ऐसी schemes के fund manager को कम से कम 65% परसेंट रकम शेयर में ही लगानी होती है। बाकी बचे पैसे को वो बॉन्ड या फिर बैंक में रख सकता है। अब चूंकि equity mutual fund को शेयरों में निवेश किया जाता है। तो इनका return भी share market के हिसाब से मिलता है। यानी कमाई की सबसे ज्यादा संभावना होती है लेकिन रिस्क भी इसमें ज्यादा होता है।
Equity fund से होने वाली Income पर long term capital gains tax नहीं लगता है, जबकि short-term capital gain को आपकी Income में जोड़कर tax calculation में शामिल करते हैं।

2.डेट फंड | Debt Fund

इस प्रकार के mutual fund की रकम को मुख्य रूप से bonds और corporate fixed deposit में निवेश किया ता है। किसी debt mutual fund के साथ यह अनिवार्य शर्त होती है कि उसका कम से कम 65 प्रतिशत पैसा बॉन्ड या बैंक डिपॉजिट में लगाया जाए। उदाहरण के लिए government bonds, company bonds, corporate fixed deposits of bank deposits वगैरह। बाकी रकम को equity यानी शेयरों में लगाया जा सकता है।

अब चूंकि debt funds को fixed return देने वाले बॉन्ड में लगाया जाता है, इसलिए इनमें risk भी तुलनात्मक रूप से कम होता है। लेकिन इनसे आपको जबर्दस्त फायदे की भी उम्मीद नहीं करनी चाहिए। वैसे अच्छे debt funds आपको bank fixed deposits की अपेक्षा बेहतर रिटर्न अगर आप अपने debt fund को 3 साल बाद भुनाते हैं तो इस पर आपको long term capital gains tax चुकाना पड़ता है। इस long term capital gains tax की दर बिना indexation के 10 प्रतिशत होगी और indexation के साथ 20 प्रतिशत ।

अगर आप 3 साल के पहले अपनी debt mutual fund units को बेच देते हैं तो इससे हुई आमदनी पर आपको short-term capital gains tax चुकाना पड़ेगा। इस short-term capital gain को आपकी कुल आमदनी में जोड़ा जाएगा और फिर आपके Tax Slab के हिसाब से Tax की गणना होगी।

3.बैलेंस्ड म्युचुअल फंड | Balanced Mutual Fund.

Balanced Mutual Fund आपके पैसे को शेयर और बॉन्ड दोनों में लगाते हैं। जैसा कि आप जानते ही हैं कि शेयर में return ज्यादा मिलता है लेकिन वो risky होते हैं जबकि bond सुरक्षित होते हैं लेकिन उसमें रिटर्न कम मिलता है। इसलिए इन दोनों में पैसे लगाकर ये म्यूचुअल फंड safety के साथ-साथ बढ़िया रिटर्न देने की कोशिश करता है।

हालांकि ये म्यूचुअल, शुद्ध शेयर में पैसा लगाने वाले equity mutual fund से कम return देते हैं और शुद्ध बॉन्ड में पैसा लगाने वाले debt fund से कम safe होते हैं। Market के अच्छे समय में ये funds न तो Equity Funds की तरह बहुत ऊंचा रिटर्नदेते हैं और न ही Market के बुरे समय में Equity Funds की तरह ये आपको बहुत खराब return देते हैं।

ये फंड निवेश में संतुलित रवैया (Balanced approach) अपनाते हैं और market की condition के हिसाब से शेयरों और बांडों में निवेश करते हैं।

4.इंडेक्स फंड | Index Fund

इंडेक्स फंड भी अन्य equity fund की तरह शेयरों में पैसा निवेश करता है। लेकिन यह equity fund से अलग इस मायने में होता है कि यह अपने हिसाब से चुने हए शेयरों में पैसा नहीं लगाता। बल्कि बाजार के सूचकांकों (market indices) के structure की ही copy करके पैसा लगाता है। Sensex, Nifty, वगैरह बाजार सूचकांक हैं।

इन सूचकांकों (indices) में कुछ निश्चित कंपनियों के Share ही शामिल होते हैं। हर शेयर का उस सूचकांक (index) में एक fixed weightage होता है। कोई Index Fund जिस सूचकांक को Follow करता है, वह उसमें शमिल सभी शेयरों में पैसा लगाता है। शेयरों में पैसा भी उसी अनुपात में लगाया जाता है जिस अनुपात में उन शेयरों को सूचकांक में वजन दिया जाता है।

उदाहरण के लिए अगर एक index fund है Sensex की नकल करता है। तो यह भी Sensex की तरह ही उन 30 shares में ही पैसा लगाएगा। हर शेयर को वह Sensex के समान ही weightage भी प्रदान करेगा। यानी कि ऐसे index fund के लिए भी Sensex की तरह reliance, TCS, ITC वगैरह सबसे ज्यादा weightage वाले शेयर होंगे। सेंसेक्स के portfolio की हूबहू नकल करने के कारण यह index fund सेंसेक्स की तरह ही Return भी देगा। हालांकि, index fund से आपको हूबहू वैसे ही Return की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए। क्योंकि Copy करने में थोड़ा टाइम लग सकता है। इसे निवेश की भाषा में tracking error कहते हैं। चूंकि इस copycat fund में fund manager यानी म्यूचुअल फंड कंपनी की भूमिका बहुत कम होती है। इसलिए index fund में fund management charge भी काफी कम होता है। आप mutual fund distributor के माध्यम से mutual fund से index fund खरीद सकते हैं।

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सर्वश्रेष्ठ म्यूचुअल फंड का चुनाव कैसे करें| How to Select Best Mutual Funds|

मेरे ख्याल से अब आप Mutual Fund की बेसिक जानकारियों से परिचित हो गए होंगे। अब अगर आप इनमें Investment का मन बनाते हैं तो आपके अंदर यह जानने की भी इच्छा होगी कि किसी खास Category में सबसे अच्छे या Top 10 Mutual Funds कौन-कौन से हैं। लेकिन ये काम बहुत आसान नहीं है। किसी Investment Plan के भविष्य के बारे में बिल्कुल सटीक (Exact) जानकारी देना वैसे भी Possible नहीं है।

हालांकि हम आपको कुछ ऐसे उपायों (Tools) की संक्षेप में यहां जानकारी दे देते हैं जो आपको Mutual Funds में निवेश के लिए बेहतर Decision लेने में सहायक होंगे।

निवेश के लिए अच्छा फंड मैनेजर चुनें| Select Best fund Manager for Your Investment

Fund manager, दरअसल किसी mutual fund scheme के ड्राइवर के रूप में होता है। पूरे निवेश को मैनेज करने वाली टीम को वही उपयुक्त vision प्रदान करता है। वही आपके investment पर अंतिम रूप से decision लेता है। तो सबसे पहले जरूरी है कि आप बेहतर और विश्वसनीय fund manager का चुनाव करें।

पिछले कुल वर्षों का औसत देखें और हर साल का औसत प्रदर्शन देखें|

किसी mutual fund scheme की performance जानने का एक यह भी बेहतर तरीका है कि आप उसकी पिछले कुछ सालों की Performance को चेक कर लें। यहां यह ध्यान रखें कि सिर्फ किसी एक या सिर्फ कुछ खास वर्षों के Record के आधार पर ही Investment का निर्णय न लें। ये आपको Mislead सकते हैं। छोटी अवधि में किसी सुस्त Scheme की परफार्मेंस भी Top पर दिख सकती है। यह दोबारा फिर से खराब Performance दे सकती है।

म्यूच्यूअल फण्ड कैसे खरीदें 2023 | सबसे आसान तरीका| How to Buy Mutual Funds 2023| Easy Method|

आज के समय में अधिकतर लोग अपने निवेश को लेकर काफी सजग हैं। दोस्तों, यदि आपने निवेश करने का फैसला किया हैं तो यकीन मानिये आपने अपनी जिंदगी का बेस्ट निर्णय लिया हैं।

इस आर्टिकल में हम बात करेंगे की म्यूच्यूअल फण्ड कैसे खरीदें 2023? इसलिए यदि आप

म्यूच्यूअल फण्ड में इन्वेस्ट करना चाहते हैं तो आज आपको अपने सभी सवालों का जवाब मिल जायेगा। तो, चलिए समझते हैं की म्यूच्यूअल फण्ड कैसे खरीदें या म्यूच्यूअल फण्ड में इन्वेस्ट कैसे करें।

म्यूच्यूअल फण्ड कैसे खरीदें|

वैसे म्यूच्यूअल फण्ड में इन्वेस्ट करने के कई तरीके हैं परन्तु आपको उसी तरीके का इस्तेमाल करना चाहिए जो आपके लिए आसान रहे।

म्यूच्यूअल फण्ड में इन्वेस्ट करने के तरीके:

1. म्यूच्यूअल फंड्स एप्प.

2. डायरेक्ट म्यूच्यूअल फण्ड हाउस की वेबसाइट से.

3. बैंक से.

4. किसी एजेंट के माध्यम से.

अगर आप 2, 3, 4 में से किसी मेथड का उपयोग करके म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करते हैं तो ये आपके लिए काफी कठिन हो सकता हैं। साथ यदि आप किसी बैंक से या एजेंट के माध्यम से म्यूच्यूअल फण्ड ख़रीदते हो तो आपको रेगुलर प्लान ही मिलेगा।

रेगुलर प्लान में आपके रिटर्न्स डायरेक्ट प्लान की तुलना में कम होते हैं। इसलिए आपको हमेशा डायरेक्ट प्लान के द्वारा ही म्यूच्यूअल फंड्स में इन्वेस्ट करना चाहिए।

म्यूच्यूअल फण्ड खरीदने के लिए मोबाइल एप्स सबसे बढ़िया मानी जाती हैं। ये प्रयोग करने में आसान होती हैं और आपको म्यूच्यूअल फण्ड खरीदने के लिए कोई ऑफिस के चक्कर भी नहीं काटने पड़ते।

डायरेक्ट म्यूच्यूअल फण्ड कैसे खरीदें|

मार्केट में बहुत सारी एप्प्स हैं जो म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश ऑफर करती हैं लेकिन मैं आपको Upstox के माध्यम से म्यूच्यूअल फण्ड खरीदने बताऊंगा। क्योंकि Upstox एप्प प्रयोग करने में आसान हैं और एक नए निवेशक को आसानी से समझ में आ जाती हैं। इसके अतिरिक्त ये app आपको म्यूच्यूअल फण्ड के स्टॉक्स, आईपीओ में निवेश की सुविधा भी देती हैं।

Up Stoxx में अकाउंट बनाये|

अगर आप Mutual fund में निवेश शुरू करना चाहते हैं तो ऐसे में आप डिस्काउंट ब्रोकर “UPSTOX” पे अपना अकाउंट बना सकते हैं इसमे आप बहुत जल्दी और आसान से डीमैट अकाउंट खोल कर म्यूचुअल फंड में SIP की शुरुआत कर सकते हैं।जिसकी लिंक नीचे दी गई है|


इसके लिए आपके पास एक बैंक अकाउंट, आधार कार्ड (मोबाइल से लिंक) और पैन कार्ड होना जरुरी हैं।

स्टेप (1) सबसे पहले अपस्टॉक्स की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाएं।

स्टेप (2) – अपना Email ID और मोबाइल नंबर एंटर करें। आपको एक OTP प्राप्त होगा उसे दर्ज करें और Continue करें।

स्टेप (3) – अपना पैन नंबर और जन्म तिथि एंटर करें और Continue करें।

स्टेप (4) – आपको इस चरण में अपनी पर्सनल डिटेल भरनी होगी।

जानकारी भरने के बाद कंटिन्यू पर क्लिक कीजिये ।

स्टेप (5) – आपको अपनी ऊँगली से बॉक्स के – अंदर अपने डिजिटल सिग्नेचर करने होते हैं। बाद में Continue पर क्लिक करें।

स्टेप (6) – Connect with Digi locker पर क्लिक कीजिए। इसके बाद अपना आधार नंबर दर्ज करें।
आपको अपने मोबाइल फ़ोन पर एक OTP प्राप्त होगा उसे एंटर करें।

स्टेप (7) –अब आपको अपने सेल फ़ोन के फ्रंट कैमरे से सेल्फी लेनी होगी। इसके बाद continue पर क्लिक करें।

स्टेप (8) – अपनी बैंक डिटेल दर्ज करें।

स्टेप (9) – इस स्टेप में सेगमेंट चुनना होता हैं। आप Equity / Mutual Funds (NSE /BSE) चुन सकते हैं।

स्टेप (10) – अब आपको अपने नॉमिनी की जानकारी भरनी होती हैं।

स्टेप (11) – अब आपको E-sign के लिए Acceptance देनी होती हैं। Sign Now पर क्लिक करें और आधार नंबर दर्ज करें। मोबाइल पर आये हुए OTP को दर्ज करें।

अकाउंट चालू होने पर आपको अपना Username और Password अपने मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी पर प्राप्त हो जायेगा। अकाउंट बनने के बाद आप आसानी से म्यूच्यूअल फंड ख़रीद सकते हैं।

आज आपने क्या सीखा?

ये थी म्यूचुअल फंड क्या होता है? कितने प्रकार के होते हैं? | म्यूच्यूअल फण्ड कैसे खरीदें 2023 से जुडी जानकारी, मुझे उम्मीद है की आपको समझ में आ गया होगा की म्यूचुअल फंड क्या होता है? कितने प्रकार के होते हैं? | म्यूच्यूअल फण्ड कैसे खरीदें 2023 और उसके क्या फायेदे और नुक्सान है|

हमारी हमेशा से कोशिश रहती है म्यूचुअल फंड क्या होता है? कितने प्रकार के होते हैं? | म्यूच्यूअल फण्ड कैसे खरीदें 2023 से जुडी वो सभी जानकारी प्रदान करें जो की महत्वपूर्ण हैं। आपको हम म्यूचुअल फंड क्या होता है? कितने प्रकार के होते हैं? | म्यूच्यूअल फण्ड कैसे खरीदें 2023 के बारे में ऐसे ही और भी जानकारी प्रदान करते रहेंगे। अगर आपको और कुछ भी मालूम है तो हमारे साथ जरुर share करिए|

म्यूचुअल फंड क्या है?

A mutual fund is a pool of money managed by a professional Fund Manager for the purpose of better investment and high returns.

म्युचुअल फंड के प्रकार

अपने investment portfolio के आधार पर mutual fund कई प्रकार के होते हैं। SEBI ने mutual funds को 5 भेदों में श्रेणीबद्ध categorized किया है।

How to Select Best Mutual Funds|

मेरे ख्याल से अब आप Mutual Fund की बेसिक जानकारियों से परिचित हो गए होंगे। अब अगर आप इनमें Investment का मन बनाते हैं तो आपके अंदर यह जानने की भी इच्छा होगी कि किसी खास Category में सबसे अच्छे या Top 10 Mutual Funds कौन-कौन से हैं।

















































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