नमस्कार दोस्तों, आप सभी का Investologyy Blog में स्वागत है, आज इस पोस्ट में जानेंगे की, SIP क्या है और कौन सा SIP लेना चाहिए?आज इस ब्लॉग में हम SIP क्या है और कौन सा SIP लेना चाहिए? के बारे में पूरी जानकारी देने की कोशिश करेंगे।
सिप (SIP) या सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान आपको हर महीने एक निश्चित रकम को आपकी पसंदीदा Mutual Fund स्कीम में डालने का अवसर देता है. यह आमतौर पर इक्विटी म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में शुरू किया जाता है।
क्या आप जानते है की सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान या सिप क्या है (SIP in Hindi)? आपने SIP के बारे में बात करते हुए बहु लोगों से सुना होगा. SIP से जुड़े काफी पोस्ट आपने अपने Mobile या Computer पर जरूर देखे होंगे. पर आप नहीं जानते SIP क्या है तो हमारे इस पोस्ट के जरिये हम आपको SIP यानी की Systematic Investment Plan से जुडी सारी जानकारी से रूबरू कराएँगे|
SIP क्या है? | What is SIP?
बचत करने के कई सारे तरीके है पर बचत के साथ साथ उस बचत की हुई रकम को बढ़ाना ही सच्चे मायने में बचत करना होता है. बचत की हुई रकम को हम बहुत सारी जगहों पर निवेश या फिर लगा सकते है और मुनाफा कर सकते है. पर अगर हम एक नियमित व संतुलित धन की प्राप्ति करना चाहते है तो हमको बचत की हुई राशि को SIP के जरिये निवेश करना चाहिए।
SIP करने से न केवल हम अपनी बचत की हुयी राशि को बढ़ा रहे होते है बल्कि इसके जरिये हम टैक्स में भी छूट पाते है. शुरूआती समय में लोगों में SIP को लेकर भ्रम था और वो इसको नुकसानदायक समझते थे तो आजकी हमारी पोस्ट उन लोग के उस भ्रम को तोड़ने की कोशिश करेगी और SIP means in Hindi और उससे जुडी सम्पूर्ण महत्वपूर्ण जानकारी आपके साथ साझा की जायेगी।
कई बार सुना है की छोटी-छोटी बूंदों से सागर बनता है और यह बात शत-प्रतिशत सही भी है. निवेश के मामले में भी यही बात लागू होती है. यह बिलकुल भी जरूरी नहीं है कि बड़ी राशि कमाने के लिए हमें हमेशा बड़ा निवेश ही करना पड़े।
ऐसा करने से व्यक्ति की आर्थिक स्थिति पर अनावश्यक बोझ पड़ सकता है क्योंकि बड़े निवेश करने के चक्कर में वो अपनी माली हालात को ताक में रख देगा. इसलिए अगर नियमित रूप से अगर छोटे निवेश भी किये जाएँ तो लंबी अवधि में बड़ा कोष तैयार हो सकता है वो भी बिना किसी जोखिम के. SIP भी इसी तरह काम करता है।
Mutual Fund में SIP क्या है?| What is SIP in Mutual Fund?
एक व्यवस्थित निवेश योजना या एसआईपी (SIP) म्यूचुअल फंड में निवेश करने का एक तरीका है जहां एक निवेशक किसी म्यूचुअल फंड योजना का चयन करता है और इसमें तय समय पर निवेश करता है। एक एसआईपी (SIP) निवेश योजना एक बार में बड़ी राशि का निवेश करने के बजाय समय-समय पर एक छोटी राशि का निवेश करके काम करती है जिसके परिणामस्वरूप उच्च रिटर्न प्राप्त हो सकता है।
अगर आप SIP शुरू करना चाहते हैं तो ऐसे में आप डिस्काउंट ब्रोकर “UPSTOX” पे अपना अकाउंट बना सकते हैं इसमे आप बहुत जल्दी और आसान से डीमैट अकाउंट खोल कर म्यूचुअल फंड में SIP की शुरुआत कर सकते हैं।जिसकी लिंक नीचे दी गई है|
इस लिंक के द्वारा UPSTOX APP में SIGNUP करना होगा अगर आपके पास पहले से अकाउंट नहीं है तब वही अगर आपने एक बार अकाउंट बना दिया तो आप आसान से इस APP के द्वारा MUTUAL FUND में पैसा निवेश कर सकते हैं SIP के द्वारा|
एक SIP कैसे काम करता है?| How SIP works?
अब जब हम ‘एसआईपी (SIP) निवेश का मतलब समझ गए हैं, तो देखिए वे इस प्रकार काम करते हैं। एक बार जब आप एक व्यवस्थित निवेश योजना चुनते हैं, तो राशि स्वचालित रूप से आपके बैंक खाते से डेबिट हो जाएगी और एक ऐसे म्यूचुअल फंड में फिर से उसका निवेश किया जाएगा जिसे आप कुछ पूर्व निर्धारित समय अंतराल पर खरीदते हैं। अंत में, आपको अपने म्यूचुअल फंड की इकाइयां आवंटित की जाएंगी जो इसके शुद्ध संपत्ति मूल्य पर निर्भर करती हैं।
भारत में एक एसआईपी (SIP) योजना में हर निवेश के साथ, बाजार दर के अनुसार आपके खाते में अतिरिक्त इकाइयां जोड़ दी जाएंगी। किए गए प्रत्येक निवेश के साथ, आपके द्वारा पुनर्निवेश की जाने वाली राशि उन निवेशों पर मिलने वाले किसी भी रिटर्न के अलावा बड़ी होगी। निवेशक यह तय करता है कि एसआईपी (SIP) की अवधि के अंत में या किसी भी आवधिक अंतराल पर रिटर्न प्राप्त करना है या नहीं। आइए एक उदाहरण का उपयोग करके इसे बेहतर तरीके से समझने की कोशिश करते हैं।
मान लें कि आप अपनी पसंद के म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते हैं। इसके अनुसार, आपने उसी में निवेश करने के लिए 1 लाख रुपये की राशि संभाल कर रखी है। दो तरीके हैं जिनसे आप यह निवेश कर सकते हैं। आप या तो अपनी पसंद के म्यूचुअल फंड में 1 लाख रुपये का एक बार भुगतान कर सकते हैं, जिसे एकमुश्त निवेश के रूप में जाना जाता है। इसके अलावा, आप एक एसआईपी (SIP) का उपयोग करके निवेश कर सकते हैं।
Systematic Investment Plan के प्रकार| Type of Systematic Investment Plan
नीचे विभिन्न प्रकार की सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी व्यवस्थित निवेश योजनाएँ दी गई हैं जिनमें आप निवेश करने पर विचार कर सकते हैं|
टॉप-अप एसआईपी (SIP):
इस तरह की व्यवस्थित निवेश योजना आपको समय-समय पर अपनी निवेश राशि बढ़ाने में सक्षम बनाती है, जबकि आपको निवेश करने लायक उच्च आय होने पर अधिक निवेश करने की सुविधा भी प्रदान करती है। इस प्रकार की एसआईपी (SIP) नियमित अंतराल पर सर्वश्रेष्ठ और इसके साथ ही सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले फंड में निवेश करके अपने निवेश का अधिकतम लाभ उठाने में मदद करती है।
फ्लेक्सिबल एसआईपी (SIP):
जैसा कि इसके नाम से पता चलता है, इस प्रकार की व्यवस्थित निवेश योजना में आपकी इच्छानुसार राशि निवेश करने का लचीलापन है। निवेशक के नकदी प्रवाह और जरूरतों या वरीयताओं के अनुसार निवेश की जाने वाली राशि को बढ़ाया या कम किया जा सकता है।
परपेचुअल (निरंतर चलने वाली) एसआईपी (SIP):
इस प्रकार की एसआईपी (SIP) योजना आपको बिना किसी अनिवार्य तारीख के अपना निवेश करने में सक्षम बनाती है। आम तौर पर, एक व्यवस्थित निवेश योजना में एक वर्ष, तीन साल या पांच साल के निवेश के बाद समाप्ति तिथि होती है। इसलिए, निवेशक उस राशि को वापस लेने के लिए स्वतंत्र है जो निवेश की जाती है चाहे वह अपने वित्तीय लक्ष्यों के अनुसार उसे निवेश करना चाहता है या नहीं ।इस प्रकार की एसआईपी (SIP) योजना आपको बिना किसी अनिवार्य तारीख के अपना निवेश करने में सक्षम बनाती है। आम तौर पर, एक व्यवस्थित निवेश योजना में एक वर्ष, तीन साल या पांच साल के निवेश के बाद समाप्ति तिथि होती है। इसलिए, निवेशक उस राशि को वापस लेने के लिए स्वतंत्र है जो निवेश की जाती है चाहे वह अपने वित्तीय लक्ष्यों के अनुसार उसे निवेश करना चाहता है या नहीं ।
SIP निवेश के लाभ:
एकमुश्त निवेश पर एक एसआईपी (SIP) में निवेश करने के कुछ लाभ यहां दिए गए हैं। उनमें से कुछ नीचे सूचीबद्ध हैं।
आपको एक अधिक अनुशासित निवेशक बनाता है:
यदि आपके पास बाजार जिस तरह से चलता है, उसके बारे में बेहतर वित्तीय ज्ञान नहीं है, तो एक एसआईपी (SIP) अच्छा निवेश विकल्प हो सकता है। निवेश करने के लिए सही समय खोजने के लिए आपको अपना समय बाजार की गतिविधियों का विश्लेषण करने की आवश्यकता नहीं है। एक एसआईपी (SIP) से, आपका पैसा स्वचालित रूप से आपके लिंक किए गए बैंक खाते से काट लिया जाता है और यह आपके म्यूचुअल फंड में निवेश कर दिया जाता है। इसलिए, आप आराम से बैठ सकते हैं। इसके अलावा, आपके एकमुश्त निवेश के विपरीत, एक एसआईपी (SIP) यह सुनिश्चित करता है कि आप समय-समय पर अपने निवेश में वृद्धि के लिए सक्रिय रूप से काम करते हैं।
रुपया की औसत लागत:
एसआईपी (SIP) के मुख्य लाभों में से एक रुपये की औसत लागत है। चूंकि आप जिस राशि का निवेश करते हैं वह लंबी अवधि के लिए स्थिर रहती है, रुपये की औसत लागत के साथ आप बाजार में अस्थिरता का अधिकतम लाभ उठा सकते हैं। आपके द्वारा निवेश करने के लिए चुनी गई निश्चित राशि का मतलब यह है कि आपका एसआईपी (SIP) प्रत्येक इकाई के मूल्य का औसत निकालेगा। इसलिए, बाजार में गिरावट आने के बाद आप अधिक इकाइयां खरीद सकते हैं और बाजार में तेज़ी आने पर कम इकाइयां चुन सकते हैं। आखिरकार, यह आपकी प्रति इकाई औसत लागत कम कर देगा |
कंपाउंडिंग शक्ति:
एसआईपी (SIP) निवेश के अनुशासित साधन होते हैं क्योंकि वे यह सुनिश्चित करते हैं कि आपका निवेश लगातार बढ़ेगा। पूरी प्रक्रिया का स्वचालन आपके निवेश को एकमुश्त निवेश के विपरीत समय के साथ बढ़ने देता है जहां आप किसी समय निवेश करना भूल सकते हैं। वास्तव में, एक एसआईपी (SIP) का उद्देश्य यह है कि आपके द्वारा रोजाना निवेश की गई छोटी राशि को एक बड़े खजाने में बदलने दें, जिसमें पिछले कुछ वर्षों में चक्रवृद्धि रिटर्न प्राप्त हुआ है। एकमुश्त राशि का निवेश करने की परेशानी के बिना कंपाउंडिंग की शक्ति एसआईपी (SIP) को मानक निवेश विकल्पों पर एक अनूठा लाभ देती है।
छोटा निवेश:
इसमें निश्चित अंतराल पर नियमित रूप से एक निश्चित राशि का निवेश करना होता है | इसलिए अपने दिनचर्या और खर्चों से निवेश के लिए राशि निकालना बहुत आसान होता है इस SIP में आप 500 रुपए से भी निवेश करना शुरू कर सकते हैं जिससे लंबे समय में आपको अच्छा मुनाफा प्रदान हो सकता है
निवेश करने में आसानी
| SIP में निवेश करना बहुत आसान काम होता है इसके लिए आपको ज्यादा चिंता करने की आवश्यकता नहीं होती है इसमें आपको केवल एक बार अपना प्लान चुन लेने के बाद निश्चित तारीख को म्यूच्यूअल फंड आपके खाते में राशि निकालकर आपके चुने हुए लार में जमा कर देता है।
रिस्क में कमी
एसआईपी का सबसे बड़ा और सबसे अच्छा फायदा यह है कि इसमें रिस्क नहीं होता है यानी जोखिम की संभावना बहुत कम होती है। मान लीजिए आपके पास 50 हजार रुपए शेयर बाजार में निवेश करने के लिए है आपने उन रुपयों को एक साथ Share में लगा दिया लेकिन आप यह नहीं जानते कि अगले दिन बाजार ऊपर जाएगा यह नीचे आएगा । इसीलिए यदि यह निवेश कम अंतराल बांट दिया जाए तो इसमें रिस्क कम होता है | इन 50 हजार को हम 5 हजार की 10 किस्तों के अंतराल में जमा करके शेयर बाजार से फायदा उठा सकते हैं तथा नुकसान से बच सकते हैं।
Compounding का लाभ
Compounding का अर्थ होता है ब्याज पर भी ब्याज मिलना होता है जब भी आप एसआईपी में निवेश करते हैं और उस निवेश की हुई राशि से आपको जो Return मिलता है उसको वापस निवेश कर दिया जाता है जिससे निवेशक का लाभ बढ़ जाता है और उसके होने वाले मुनाफे में वृद्धि होती है |
SIP से पैसे निकालने की सुविधा
अधिकतर SIP Scheme में कोई भी Lock in Period नहीं होता है क्योंकि इस लॉक इन पीरियड का मतलब होता है कि समय पूरा हुए बिना आप स्कीम से पैसे नहीं निकाल सकते हैं। लेकिन एसआईपी की अधिकतर स्कीमों में लॉक इन पीरियड नहीं होता है निवेशक अपनी आवश्यकता के अनुसार एसआईपी में निवेश को जारी रखने या बंद करने का निर्णय ले सकता है। इससे निवेशक को केवल Return ही प्राप्त नहीं होता है बल्कि रिटर्न के अलावा अपनी सुविधा के अनुसार Advance Liquidity भी प्राप्त होती है।
SIP के नुकसान
• गिरते बाजार में एसआईपी से इन्वेस्टमेंट बंद करने का फैसला नुकसानदाई होता है |
• गिरते बाजार से बचकर भागना निवेशकों की सबसे बड़ी गलती होती है इससे उनको भारी नुकसान उठाना पड़ता है
• जानकारी के अभाव में निवेशक बाजार से निकल जाते हैं नुकसानदायक होता है।
SIP एक निवेश है?
लोग SIP में निवेश करने की सलाह देते हैं। आपको बता दें कि SIP अपने आप में निवेश नहीं है। यह केवल निवेश की विधि है। वास्तविक निवेश म्यूचुअल फंड योजना है। जिसमें आप हर माह एक निश्चित राशि निवेश करते हैं। कुछ लोग यह भी सोचते हैं कि SIP में दो अलग- अलग फंड होते हैं। एक SIP और दूसरा म्यूचुअल फंड के लिए, जबकि ऐसा नहीं है।
लंबे समय वाला SIP निवेश फायदे का सौदा होता है?
लंबे समय वाला SIP के म्यूचुअल फंड फायदे का सौदा माना जाता है। क्योंकि इसमें शेयर मार्केट के निचले स्तर और सबसे ऊंचे शेयर का एक औसत रिटर्न बनता है जो लगभग सभी घाटे की भरपाई कर देता है। इसके बाद आपको अच्छा रिटर्न मिल जाता है।
क्या SIP निवेश का सबसे अच्छा तरीका है?
इसे निवेश का सबसे अच्छा तरीका तो नहीं कहा जा सकता। यह नियमित आय वाले लोगों के लिए निवेश का अच्छा तरीका हो सकता है जैसे वेतनभोगी और छोटे कारोबारी जिनकी आय महीने में तय है।
SIP में फंड का चयन कितना महत्वपूर्ण है?
एसआईपी में निवेश करते समय फंड का ध्यान देना होता है। अगर निवेशक 500 रुपए माह निवेश करना चाहता है तो यह बहुत कम राशि होगी। इसमें मिलने वाले रिटर्न भी संतोषजनक नहीं लगता। इसलिए कम से कम 2000 रुपए माह निवेश करना चाहिए।
SIP के जरिए इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहिए ?
इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश करने का SIP अच्छा तरीका है। इक्विटी म्यूचुअल फंड में रिस्क भी ज्यादा होता है, लेकिन यहां लाभ की संभावना भी उसी औसत में बढ़ जाती है।
SIP में पैसा कब लगाना चाहिए ?
एसआईपी निवेश का एक तरीका है। बाजार का स्तर कुछ भी हो आप इसको जारी रख सकते हैं। अगर मंदी का दौर है उस समय SIP में पैसे लगा रहे हैं तो यह आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
Daily SIP में पैसा लगाना सही है या Monthly?
SIP में जरिए म्यूचुअल फंड्स में डेली, मंथली, क्वाटरली निवेश करने का ऑप्शन है। पिछले कुछ वर्षों में जो फैक्ट्स सामने आए हैं उससे पता चलता है कि मंथली SIP के जरिए इन्वेस्ट करना अधिक अच्छा है।
SIP में किस समय पैसा लगाएं कि लाभ अधिक मिले ?
किस तारीख में एसआईपी तिथि में पैसा लगाना है, यह कोई महत्वपूर्ण बात नहीं है। आप अपनी वेतन तिथि के करीब निवेश कर सकते हैं। ऐसे समय में पैसे देने में आपको आसानी होगी।
क्या SIP को बीच में छोड़ सकते हैं, किसी जमा नहीं किया तो क्या होगा ?
कानूनी तौर पर फंड देकर SIP को पूरा करना होता है, लेकिन आप चाहें तो कंपनी को लिखित पत्र देकर बीच में रोक सकते हैं। किसी महीने जमा नहीं किया तो अगले महीने से SIP जाएगी। अगर SIP की डेट पर आपके खाते में उपयुक्त बैंलेस नहीं है तो बैंक चार्ज काट लेगी।
इनकम टैक्स में लाभ लेने के लिए SIP कर सकते हैं ?
SIP में निवेश की गई राशि पर इनकम टैक्स में छूट मिलती है। इसमें आप सालाना एक लाख की राशि पर छूट पा सकते हैं।
क्या मैं SIP से 3 साल बाद पैसा निकाल सकता हूं ?
ईएलएसएस फंड या टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड में 3 साल के लिए लॉक-इन है। जब आप ईएलएसएस में एसआईपी करते हैं, तो प्रत्येक किस्त को 3 साल तक बंद कर दिया जाना चाहिए।
क्या SIP छोटे निवेशकों के लिए है ?
ज्यादातर लोग सोचते हैं कि एसआईपी छोटे निवेशकों के लिए है, यह सच नहीं है। अधिकांश म्यूचुअल फंड एसआईपी किश्त के लिए ऊपरी सीमा नहीं रखते हैं। इसलिए यदि आप चाहते हैं तो 5 या 10 लाख रुपये का मासिक एसआईपी शुरू कर सकते हैं। एसआईपी किस्त के लिए न्यूनतम राशि 500 रुपये से 5,000 रुपये प्रति माह के बीच बदलती है।
SIP खाता कैसे खोलें (SIP Kya Hai)
एसआईपी में खाता खोलने के लिए सबसे पहले आपको ऑनलाइन फॉर्म में अपनी निजी जानकारियां देनी होगी
• अपनी निजी जानकारियों में आपको अपना नाम जन्मतिथि मोबाइल नंबर एड्रेस आदि भरने होंगे |
•इसके बाद आपको अपने पैन कार्ड और एड्रेस प्रूफ के तौर पर किसी भी Document को Upload करना होगा |
• यदि आपके पास आधार है तो आप अपना आधार नंबर दर्ज करें उसके बाद और OTP के जरिए उसका ऑथेंटिकेशन कराएं |
•इसके बाद आपको फंड हाउस की वेबसाइट पर जाना होगा और नया अकाउंट बनाने के लिए रजिस्ट्रेशन
लिंक सर्च करना होगा |
• अब आप Login Button पर क्लिक करें |
• क्लिक करने के बाद आपके सामने नया लिंक ओपन होगा |
• और अब आप Online Account अकाउंट बना सकेंगे।
• अब आपको अपनी Bank Detail देनी होगी और उसके बाद एक OTP के जरिए Account का Verification करना होगा |
•यदि आप एक बार Account बना लेते हैं तो उसके बाद आप Login करें और Mutual Fund Scheme चुने |
•इसके बाद आपको SIP Date Select करनी होगी |
और Request को Submit करना होगा |
• सबमिट करने के बाद आपका ऐसा ही शुरू हो जाएगा |
आज आपने क्या सीखा?
ये थी SIP क्या है और कौन सा SIP लेना चाहिए? से जुडी जानकारी, मुझे उम्मीद है की आपको समझ में आ गया होगा की SIP क्या है और कौन सा SIP लेना चाहिए? उसे कैसे पाया जा सकता है और उसके क्या फायेदे और नुक्सान है. हमारी हमेशा से कोशिश रहती है SIP क्या है और कौन सा SIP लेना चाहिए? से जुडी वो सभी जानकारी प्रदान करें जो की महत्वपूर्ण हैं। आपको हम SIP क्या है और कौन सा SIP लेना चाहिए? के बारे में ऐसे ही और भी जानकारी प्रदान करते रहेंगे। अगर आपको और कुछ भी मालूम है तो हमारे साथ जरुर share करिए